Saturday, July 30, 2011

सॉरी, ब्रेक टू बी जारी....,

'इस बार' ब्लॉग के मोडरेटर इन दिनों साथी ब्लोगरों के ब्लॉग को पढने में व्यस्त है..., सो अपनी बात फिर कभी; यदि जरूरत पड़ी तो.

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हँसों, हँसो, जल्दी हँसो!

--- (मैं एक लिक्खाड़ आदमी हूँ, मेरी बात में आने से पहले अपनी विवेक-बुद्धि का प्रयोग अवश्य कर लें!-राजीव) एक अध्यापक हूँ। श्रम शब्द पर वि...